गुरु कौन होता है जो हमें सही मार्ग पर चलना सिखाए जीवन में सही और गलत का बोध कराये वो गुरु होता है जीवन की सफल की हर सीधी पर जो हमारे साथ खड़ा होता है वह गुरु होता है।
हम सत्य और सत्य और अन्य का बोध करने वाला ही गुरु होता है। ईश्वर ने भी गुरु को सर्वोच स्थान दिया है। इसी पर कबीर दास जी का एक दोहा याद आता है:- गुरु गोबिंद दो खड़े काके लागौं पाए। बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय। इसलिए अपने गुरुओं का सम्मान करें और गुरु का आदर करे। क्योंकि आप जिस चिज़ के काबिल नहीं हो गुरु आपके लिए उसके लिए काबिल बनाता है।